Double Quota Scam in MBBS-BDS :
Himachal Students’ Rights at Risk : Delegation Appeals to CM Sukhu
MBBS-BDS दाखिला घोटाला: फर्जी हिमाचली डोमिसाइल और डबल कोटे से हो रही हिमाचली छात्रों के भविष्य की हत्या!
HimachalToday.in
हिमाचल प्रदेश / सुंदरनगर, (अंसारी): हिमाचल प्रदेश में MBBS और BDS दाखिले को लेकर इस बार डबल कोटा घोटाले की गूंज तेज़ हो गई है। एक प्रतिनिधिमंडल ने आज प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से भेंट कर मांग की कि हिमाचली कोटे में फर्जी डोमिसाइल बनाकर दूसरे राज्यों से आने वाले छात्रों की घुसपैठ पर तुरंत रोक लगाई जाए।
![]() |
Viral News |
Double Quota Scam in MBBS-BDS: दो राज्यों से कोटे का लाभ!
प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि कुछ छात्र अपने आप को दो राज्यों का निवासी दर्शाकर एक साथ दो अलग-अलग मेडिकल कोटों से प्रवेश का जुगाड़ कर रहे हैं। इससे हिमाचल के मूल छात्रों का हक छिन रहा है।
फर्जी डोमिसाइल बनवाने में अधिकारी भी संलिप्त?
सरकार ने मांगा समय, जांच के संकेत
प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि कुछ छात्र अपने आप को दो राज्यों का निवासी दर्शाकर एक साथ दो अलग-अलग मेडिकल कोटों से प्रवेश का जुगाड़ कर रहे हैं। इससे हिमाचल के मूल छात्रों का हक छिन रहा है।
प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया कि इस पूरे खेल में कुछ सरकारी कर्मचारी और अधिकारी भी डोमिसाइल सर्टिफिकेट जारी करने में संलिप्त हैं। उन्होंने मांग की कि:
+ डबल कोटा फर्जीवाड़ा करने वाले छात्रों की जांच हो
+ फर्जी डोमिसाइल बनाने वाले अधिकारियों पर दंडात्मक कार्रवाई की जाए
+ आने वाले सत्र से पहले इस नीति में पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए
दाखिला प्रक्रिया से पहले घोटाले की गूंज
सूत्रों के अनुसार, एएमआरयू (Atal Medical & Research University) जल्द ही MBBS और BDS की प्रवेश प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है, लेकिन अभी तक कोई आधिकारिक अधिसूचना (Notification) जारी नहीं हुई है। इस के पीछे नीतिगत अस्पष्टता और शिकायतों की जांच बताई जा रही है।
हिमाचली छात्रों के अधिकार छिन रहे हैं!
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि जिन छात्रों ने हिमाचल की भूमि पर शिक्षा पाई, उनके स्थान पर बाहरी राज्यों से आने वाले फर्जी दस्तावेजधारी छात्र प्रवेश पा रहे हैं। इससे न केवल स्थानीय युवाओं का भविष्य संकट में है, बल्कि प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था की साख भी सवालों के घेरे में आ रही है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने मामले को गंभीरता से लेने का आश्वासन दिया और कहा कि यदि फर्जी डोमिसाइल के माध्यम से कोटा घोटाला हो रहा है, तो जांच कर दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
शिक्षा के मंदिर में छल का प्रतीक:
यह मामला न केवल शिक्षा के मंदिर में छल का प्रतीक है, बल्कि यह बताता है कि कैसे एक अविवेकी छूट (जैसे – प्रवासी हिमाचलियों को बिना स्कूली दस्तावेजों के कोटा) बड़े पैमाने पर दुरुपयोग का माध्यम बन सकती है।
Read More:
यह भी पढें :- Mandi News: हिमाचल विधानसभा कल्याण समिति ने मंडी जिले में बाल एवं वृद्ध देखभाल केंद्रों का किया निरीक्षण
यह भी पढें :- "OTP से राशन, अंगूठा हुआ बेकार – क्या अब तकनीक ही तय करेगी गरीब की भूख?"