"भुगतान नहीं तो श्वेत पत्र दो!" — 1500 करोड़ के बकाया पर ठेकेदारों की सरकार को चेतावनी, आत्मदाह की दी धमकी
HimachalToday.in
सुंदरनगर, मंडी |
हिमाचल प्रदेश में पीडब्ल्यूडी ठेकेदारों का सब्र अब जवाब दे चुका है।
मंडी-कुल्लू कॉन्ट्रैक्टर वेलफेयर एसोसिएशन ने बुधवार को साफ चेतावनी दी है कि अगर सरकार और लोक निर्माण विभाग ने जल्द बकाया भुगतान नहीं किया, तो वे आत्मदाह जैसा चरम कदम उठाने पर मजबूर होंगे।
एसोसिएशन के अध्यक्ष केशव नायक
एसोसिएशन के अध्यक्ष केशव नायक ने सुंदरनगर स्थित पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान कहा,
"अगर सरकार के पास भुगतान के लिए धन नहीं है, तो मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और लोक निर्माण मंत्री को सामने आकर श्वेत पत्र जारी करना चाहिए।"
1500 करोड़ रु. बकाया, 900 करोड़ रु. बिल लंबित
केशव नायक ने बताया कि लोक निर्माण विभाग की सिविल, इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल विंग्स में लगभग 1500 करोड़ रुपये के पुराने भुगतान अटके पड़े हैं, और 900 करोड़ रुपये से अधिक के बिल तैयार हो चुके हैं, जिन्हें मंजूरी नहीं मिल रही। 90 करोड़ रूपए की राशि के भुगतान की मंत्री के बयान को ठेकेदारों से मजाक करार दिया है। इससे प्रदेश में ठेकेदारों का गुस्सा अब उबाल पर है।
"एचपी पीडब्ल्यूडी के अफसर बार-बार नोटिस और अपील के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं।"
"अगर सरकार पैसा नहीं दे सकती तो हमें भी बता दे — लेकिन यूं टालमटोल कर हमारा आर्थिक और मानसिक शोषण न करे।"
आत्मदाह की चेतावनी — अब आर-पार की लड़ाई
केशव नायक ने कहा कि सभी ठेकेदार अपने हक की लड़ाई में एकजुट हैं, और अगर अब भी सरकार ने समाधान नहीं दिया तो वे जिला स्तर से लेकर सचिवालय तक आत्मदाह जैसे कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर हो जाएंगे।
उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मांग की है कि वे तुरंत एसोसिएशन के साथ प्रत्यक्ष वार्ता करें, ताकि यह संकट समाप्त हो और हिमाचल की विकास प्रक्रिया रुकने से बच सके। ...Ansari
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