Mangalore bridge collapsed: बंजार को जोड़ने वाला एनएच 305 पर बना मंगलौर का पुल टूटा
- बंजार को जोड़ने वाला एनएच 305 पर बना मंगलौर का पुल टूटा. कई वाहन सड़कों पर फंसे
- पुल की नहीं की जाती थी नियमित जांच
- वीकेंड पर बंजार की ओर जा रहे सैलानी भी फंस गए
- दोनों ओर फंसे सैकड़ों वाहन
- पुलिस ने जारी की एडवाइजरी
- पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर उठाए जा रहे सवाल
- क्षेत्र की जनता को परेशानी में छोड दिया
HimachalToday.in
हिमाचल प्रदेश के एतिहासिक मंगलौर पुल बीती रात लगभग तीन बजे उस समय जब सीमेंट की भरी गाड़ी गुजर रही थी, तो गाडी के वजन को सहन न कर पाया और पुल बीच से ही टूट कर धरासाई हो गया। घटना में चालक घायल हुआ है। गनीमत रही कि पुल टूटने की घटना में जानमाल का बडा नुकसान नहीं हुआ। लेकिन यह हादसा सरकार और विभाग की बरती जा रही लापरवाही की पोल खोल गया है। स्थानीय लोगों ने रात के अंधेरे में बड़ी भयंकर आवाज सुनी और घबरा कर अपने घरों से बाहर निकल आए। कुछ नजदीक के लोगों ने देखा कि पुल टूट गया है और एक गाड़ी भी नदी में पहुंच चुकी थी। स्थानीय लोगों ने बड़ी मुश्कत से गाड़ी के चालक को बाहर निकाल कर उसे एम्बुलेंस द्वारा इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है।
पुल की नहीं की जाती थी नियमित जांच
बताया गया कि दशकों पहले पूर्व विधायक शेरे सराज दिले राम शबाब के दौर में इस पुल का निर्माण किया गया था। जब से पुल वजूद में आया है सरकार और विभाग की इस की तरफ कोई सुध नहीं ली गई और इसकी नियमित जांच आदि तक नहीं की गई है। स्थानीय लोगों ने सवाल उठाए है कि वर्तमान दोनों राजनीतिक दलों के नेताओं में कोई दूरदर्शी सोच है कि नहीं ? जबकि साथ लगते विधानसभा क्षेत्र सराज पूर्व मुख्यमंत्री का गृह क्षेत्र है। प्रदेश में इस क्षेत्र की विकास के नाम पर बडे दावे किए जा रहे है।
वीकेंड पर बंजार की ओर जा रहे सैलानी भी फंस गए
पुल के टूटने से सड़क के दोनों और वाहनों का लंबा जाम लग गया। वीकेंड पर बंजार की ओर जा रहे सैलानी भी फंस गए हैं। स्थानीय लोग ही खड्ड के माध्यम से लोगों को आर पार करवा रहे हैं।
सूचना मिलते ही बंजार के एसडीएम भी मौके पर पहुंच गए हैं। अब इस पुल के वैकल्पिक निर्माण को लेकर भी चर्चा हो रही है। इस पुल का निर्माण साल 1970 के आस पास हुआ बताया जा रहा है और औट से बंजार को आपस में जोड़ने के लिए यह एकमात्र सड़क मार्ग है। यहां से आर-पार होने के लिए दूसरा कोई वैकल्पिक मार्ग नहीं है। अस्थाई पुल बनने में भी काफी समय लग सकता है। सुबह से ही यहां भारी जाम लगा हुआ है।
दोनों ओर फंसे सैकड़ों वाहन
यह सड़क मार्ग औट, बंजार, जलोड़ी दर्रा से होते हुए आनी, रामपुर तक को जोडता है। ऐसे में अब लोगों को आवाजाही के लिए एकमात्र विकल्प खड्ड को पार करना ही होगा। घटना से सैकड़ों वाहन दोनों ओर फंस गए हैं। विभाग के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने अब यहां पर वैकल्पिक पुल की व्यवस्था के निर्देश जारी किए हैं।
पुलिस ने जारी की एडवाइजरी
बंजार पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है कि यह एकमात्र पुल है, जो औट से बंजार को जोड़ता है। लोग अगर इस ओर आ रहे हैं तो वह अपनी यात्रा को कुछ समय के लिए स्थगित कर दें। जैसे ही यहां पर वैकल्पिक पुल की व्यवस्था होती है तो वाहनों की आवाजाही शुरू कर दी जाएगी।
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Viral Bridges image |
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर उठाए जा रहे सवाल
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर सवाल उठाए जा रहे है। इनके दौर में इनके विधानसभा क्षेत्र में करोडों की लागत से दो पुलों का निर्माण हुआ है लेकिन जनता कितनी लाभान्वित हुई हैं। यह दोनों पुल केवल पार्किंग स्थल बन कर रह गए हैं।
क्षेत्र की जनता को परेशानी में छोड दिया
आरोप लगाए गए कि बंजार विधान सभा क्षेत्र और साथ लगती आनी विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक से बनता है, कि (तीनों विधानसभा क्षेत्र बंजार इनर सराज आनी आउटर सराज, पूर्व मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की विधान सभा सराज ) कि बाली चैकी में पुल बनाए जाने से बेहतर औट, लुहरी पर जैसे लारजी पुल, धामण पुल, मंगलौर पुल, फागू पुल, जो लगभग यह सभी पुल जरजर हालत में नजर आ रहे है। ओट से बंजार तक, नैशनल हाइवे 305, की तीनों विधानसभा क्षेत्रों के लिए कितना महत्वपूर्ण है। जिन्हे बनाने की दिशा में कोई पहल नहीं की गई। क्षेत्र की जनता को परेशानी में छोड दिया है। देखना है कि सरकार और विभाग की ओर से कब समस्या का निदान किया जाएगा। रिपोर्ट...डोला सिंह महंत ।
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