हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज में यौन उत्पीड़न का मामला: निदेशक पर FIR, प्रबंधन की भूमिका पर उठे सवाल
Himachaltoday.in
हिमाचल प्रदेश बिलासपुर, – हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज बंदला के निदेशक-कम-प्राचार्य के खिलाफ यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप सामने आए हैं। आरोपों के आधार पर पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। छात्राओं के साथ अनुचित व्यवहार, धमकी भरे संदेश और कॉल्स जैसे आरोपों ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। कॉलेज प्रबंधन की भूमिका और पूर्व में की गई शिकायतों की अनदेखी ने मामले को और भी संवेदनशील बना दिया है।
प्रदर्शन के बाद दर्ज हुई एफआईआर, छात्राओं ने खत्म किया धरना
एसपी संदीप धवल ने बताया कि आरोपी निदेशक के खिलाफ सदर थाना में भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस की निगरानी में आरोपी से पूछताछ जारी है। पुलिस कार्रवाई के बाद गुरुवार रात पौने दस बजे छात्र-छात्राओं ने अपना धरना समाप्त किया।
पूर्व में भी लगे थे गंभीर आरोप, लेकिन नहीं हुई ठोस कार्रवाई
हैरान करने वाली बात यह है कि आरोपी पर यह पहला आरोप नहीं है। अप्रैल 2024 में सुंदरनगर के जवाहरलाल नेहरू इंजीनियरिंग कॉलेज में एक पूर्व छात्र ने समग्र ई-समाधान पोर्टल पर शिकायत दर्ज की थी, जिसमें कहा गया था कि जब आरोपी वहाँ फैकल्टी थे, तब भी उन्होंने छात्राओं के साथ अनुचित व्यवहार किया था। छात्राओं के बयान तक दर्ज किए गए थे, लेकिन कॉलेज प्रबंधन ने मामले को दबाने का प्रयास किया और कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
प्रबंधन पर सवाल: आरोपों के बाद भी आरोपी को दूसरी जगह तैनात किया गया
यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि आरोपी को पहले मामले की जांच के बजाय बंदला कॉलेज में उच्च पद पर तैनात कर दिया गया। इससे यह स्पष्ट होता है कि कॉलेज प्रबंधन ने गंभीर आरोपों के बावजूद मामले को दबाने की कोशिश की। तकनीकी शिक्षा विभाग और सरकार की चुप्पी भी सवालों के घेरे में है।
नई जगह पर भी जारी रहा शोषण का सिलसिला
नई पोस्टिंग के बाद भी आरोपी की आदतों में कोई बदलाव नहीं आया। आरोप है कि उन्होंने बंदला कॉलेज में भी छात्राओं को आपत्तिजनक संदेश भेजे, फोन कॉल किए और मनचाहा जवाब न मिलने पर धमकियाँ दीं। एक छात्रा द्वारा सार्वजनिक की गई शिकायत की कॉपी सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कॉलेज में प्रदर्शन भड़क उठा।
शिक्षा मंत्री ने मांगी रिपोर्ट, लेकिन क्या होगी सख्त कार्रवाई ?
हिमाचल प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने दो दिनों के भीतर रिपोर्ट तलब की है। अब सवाल यह है कि क्या सरकार और तकनीकी शिक्षा विभाग इस बार दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे या फिर पहले की तरह मामले को दबा दिया जाएगा?
शिकायत के बाद यौन उत्पीड़न जांच समिति का गठन
शिकायत के बाद यौन उत्पीड़न जांच समिति का गठन किया गया था। समिति ने जांच पूरी कर ली है, जिसे अब उच्च अधिकारियों को सौंपा जाएगा।
- डॉ. विभा शर्मा, अध्यक्ष, जिला स्तरीय यौन उत्पीड़न जांच समिति
तकनीकी शिक्षा विभाग के निदेशक से दो दिन में रिपोर्ट मांगी गई है। अगर आरोप सही पाए गए तो कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
-राजेश धर्माणी, तकनीकी शिक्षा मंत्री. ...Report HTTv.
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