आपदा प्रभावित सराज क्षेत्र में 24 मेडिकल टीमें सक्रिय, 9 गर्भवती महिलाएं सुरक्षित अस्पताल पहुंचाई गईं

आपदा प्रभावित सराज क्षेत्र में 24 मेडिकल टीमें सक्रिय, 9 गर्भवती महिलाएं सुरक्षित अस्पताल पहुंचाई गईं

आपदा प्रभावित सराज क्षेत्र में 24 मेडिकल टीमें सक्रिय, 9 गर्भवती महिलाएं सुरक्षित अस्पताल पहुंचाई गईं

आपदा प्रभावित सराज क्षेत्र में 24 मेडिकल टीमें पैदल पहुंच कर दे रहीं स्वास्थ्य सेवाएं
2000 क्लोरीन गोलियां और 49 मेडिकल किट कीं वितरित
 9 गर्भवती महिलाओं को क्षेत्रीय अस्पताल मंडी और मेडिकल कॉलेज नेरचौक पहुंचाया

HimachalToday.in

मंडी, 6 जुलाई 2025:
सराज क्षेत्र में हाल की आपदा के बाद राहत और पुनर्वास कार्यों में तेज़ी लाई गई है। उपायुक्त मंडी ने बताया कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में 24 मेडिकल टीमें पैदल मार्ग से पहुंचकर स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रही हैं

अब तक क्षेत्र में 2,000 क्लोरीन गोलियां और 49 मेडिकल किट्स वितरित की जा चुकी हैं ताकि जलजनित रोगों को रोका जा सके और प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा तुरंत उपलब्ध हो।

विशेष ध्यान गर्भवती महिलाओं और गंभीर रोगियों पर दिया जा रहा है। प्रशासन की तत्परता से 9 गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित रूप से क्षेत्रीय अस्पताल मंडी और मेडिकल कॉलेज नेरचौक पहुंचाया गया है।

उपायुक्त ने बताया कि प्रशासन लगातार क्षेत्र की निगरानी कर रहा है और आवश्यकता पड़ने पर राहत सामग्री व चिकित्सकीय सहायता और भी भेजी जाएगी। उन्होंने स्थानीय लोगों से संयम और सहयोग बनाए रखने की अपील की है।


10 टीमें जंजैहली, 10 थुनाग और 4 टीमें बगस्याड़ 

मंडी, सराज विधानसभा क्षेत्र में आई भीषण प्राकृतिक आपदा के बाद जहां जिला प्रशासन, सेना, पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ इत्यादि बचाव दल राहत व बचाव कार्यों में जुटे हैं, वहीं स्वास्थ्य विभाग भी पूरी मुस्‍तैदी से प्रभावित क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहा है। विभाग ने 24 मोबाइल मेडिकल टीमें गठित की हैं, जिनमें से 10 टीमें जंजैहली, 10 थुनाग और 4 टीमें बगस्याड़ क्षेत्र के प्रभावित गांवों में जाकर प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रही हैं।

दुर्गम क्षेत्रों में डेरा जमाकर कर रहे स्वास्थ्य जांच

बादल फटने की घटना के बाद जहां सड़कों का संपर्क पूरी तरह से कट गया है, ऐसे दूरदराज और दुर्गम गांवों में मोबाइल मेडिकल टीमें डेरा जमाकर कार्य कर रही हैं। डॉक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ द्वारा निरंतर स्वास्थ्य जांच, आवश्यकतानुसार दवाइयों का वितरण किया जा रहा है।

गर्भवती महिलाओं और मरीजों को सुरक्षित उपचार के लिए भेजा गया

प्रभावित क्षेत्रों से अब तक विभिन्न माध्यमों से 9 गर्भवती महिलाओं को क्षेत्रीय अस्पताल मंडी और मेडिकल कॉलेज नेरचौक भेजा जा चुका है। एक  गर्भवती महिला को जंजैहली से वाया करसोग आईजीएमसी शिमला भेजा गया है। 

संवेदनशील वर्गों पर विशेष निगरानी

स्वास्थ्य विभाग ने विशेष रूप से बुजुर्गों, बच्चों और पहले से बीमार लोगों की नियमित जांच और निगरानी पर बल दिया है। इसके साथ ही आपदा के दौरान फैलने वाले संक्रमण से बचाव के लिए रोग प्रतिरोधक दवाएं वितरित की जा रही हैं। अब तक 2000 क्लोरीन टेबलेट और 49 प्राथमिक चिकित्सा किटें वितरित की गई हैं।

पर्याप्त दवाइयां और स्टाफ की व्यवस्था

उपायुक्त एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष अपूर्व देवगन ने बताया कि  बादल फटने की घटना से प्रभावित लोगों को राहत सामग्री पहुंचाने के साथ ही उनकी सेहत का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। मुख्यमंत्री महोदय के निर्देशों पर मंडी जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के समन्वय से प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य जांच का कार्य जारी है। आपदा से प्रभावित क्षेत्रों में किसी भी स्वास्थ्य आपात स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त मात्रा में दवाइयों का भंडारण, मेडिकल स्टाफ की तैनाती और जरूरी संसाधनों की व्यवस्था की गई है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि बाड़ा, परबाड़ा, बस्सी, सरोहा, अनाह, तांदी, केलोधार, धरोट स्वास्थ्य केंद्रों में दो महीने का दवाईयों का स्टॉक उपलब्ध है।
गोहर उपमंडल में आपदा प्रभावितों के लिए 3 राहत शिविर स्थापित

गोहर उपमंडल में आपदा प्रभावितों के लिए 3 राहत शिविर स्थापित

गोहर, 6 जुलाई। जिला मंडी के उपमंडल गोहर में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों की सुविधा के लिए प्रशासन द्वारा राहत शिविर स्थापित किए गए हैं।
कार्यवाहक एसडीएम स्मृतिका नेगी ने बताया कि उपमंडल गोहर में आपदा प्रभावितों के लिए ग्राम पंचायत बाड़ा, स्यांज और जलशक्ति विभाग की निरीक्षण कुटीर बाड़ा में 3 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं। राहत शिविर ग्राम पंचायत बाड़ा में चार परिवारों के 16, निरीक्षण कुटीर बाड़ा में तीन परिवारों के 15 तथा ग्राम पंचायत स्यांज में तीन परिवारों के 14 सदस्य रह रहे हैं। प्रशासन द्वारा राहत शिविरों में अब तक 55 राशन किट, 4 कंबल प्रदान किए गए हैं। इन शिविरों में रसोई घर का भी प्रावधान किया गया है। 
विश्राम गृह बाड़ा राहत शिविर में रह रहे परवाड़ा गांव के 40 वर्षीय परमानंद ने आपबीती सुनाते हुए बताया कि वे गांव में ही डायरी का कार्य करते थे। 

जिला प्रशासन तथा मुख्यमंत्री का आभार जताया

30 जून रात्रि को हुई भारी बारिश व बाढ़ से उनका घर तथा डेयरी फार्म का नामोनिशान नहीं रहा है। वे किसी तरह जान को जोखिम में डालते हुए इस त्रासदी से बच निकले। उन्हें व उनके परिवार को पंचायत प्रधान व वार्ड सदस्य द्वारा जिला प्रशासन द्वारा विश्राम गृह के राहत शिविर में ठहराया गया है, जहां पर उन्हें भोजन सहित अन्य सुविधाएं  भी उपलब्ध करवाई जा रही है, जिसके लिए उन्होंने जिला प्रशासन तथा हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू का आभार जताया है।

आपदा वाली इस रात जंगल में ठहरे

पंचायत घर बाड़ा के राहत शिविर में रह रहे गांव चीतल बुखारी के गुमान चंद ने बताया कि उनका घर व पूरी भूमि बाढ़ में तबाह हो गई है। हम आपदा वाली इस रात जंगल में ठहरे। जब मौसम थोड़ा ठीक हुआ तो हम वहां से निकले तथा पंचायत प्रधान से सम्पर्क किया। उन्होंने हमें पंचायत घर राहत शिविर में रखा। शिविर में हमें भोजन इत्यादि की अच्छी व्यवस्था की जा रही है। हमारा सरकार से आग्रह है कि हमें कहीं अन्यत्र सुरक्षित जगह दिलाई जाए, जहां पर अपने परिवार के साथ जीवन यापन कर सकें।

निजी संस्थाओं द्वारा भी प्रभावितों के लिए आवश्यक राहत कोष सामग्री प्रदान की

एसडीएम स्मृतिका नेगी ने  बताया कि उपमंडल गोहर में अब तक लगभग 7 लाख रुपए की राहत राशि, 489 तिरपाल, 75 राशन किट तथा 45 कंबल वितरित किए जा चुके हैं। साथ ही क्रश चैरिटेबल ट्रस्ट, नेरचौक व्यापार मंडल, टैक्सी यूनियन एवं कामधेनु ऑपरेटर्स जैसी निजी संस्थाओं द्वारा भी आपदा प्रभावितों के लिए राशन, कपड़े, खिलौने, बिस्तर तथा अन्य आवश्यक राहत कोष सामग्री प्रदान की गई है।
उन्होंने बताया कि प्रशासन द्वारा आपदा प्रभावितों की हर संभव सहायता की जा रही है। प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाकर उनके लिए भोजन, पानी, दवाइयों व अन्य आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की गई हैं। 
उन्होंने लोगों से भी आग्रह किया कि जो दानी सज्जन इस प्रकार वर्षा से आई आपदा में, प्रभावित लोगों के पहनने के कपड़े, बिस्तर, जूते, बर्तन और राशन आदि सामान देकर मदद करना चाहते हों तो वे निःसंकोच कृष्ण चंद कानूनगो एसडीएम कार्यालय गोहर मोबाइल नंबर 9418468350 पर संपर्क कर सकते हैं।

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