Action On Sonam Wangchuk: हिरासत में लिए पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक
HimachalTodayTv.
कुल्लू, हिमाचल प्रदेश (ब्यूरो)l
लद्दाख में हुई हिंसा के बाद पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। सोशल मीडिया में यह दावा किया जा रहा है। केंद्र सरकार ने उन्हे प्रदर्शनकारियों को उकसाने का आरोप के तहत एनएसए लगाया है। लद्दाख में हुई हिंसा के बाद पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। सोशल मीडिया में यह दावा किया जा रहा है। केंद्र सरकार ने उन्हे प्रदर्शनकारियों को उकसाने का आरोप के तहत एनएसए लगाया है।
लद्दाख हिंसा में 4 लोगों की मौत
लद्दाख में हाल ही में हुई हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हुए थे. सरकार ने इस हिंसा के लिए सोनम वांगचुक को जिम्मेदार ठहराया है और कहा है कि उनके भड़काऊ बयानों के कारण भीड़ को उकसाया गया था. इसके बाद प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई तेज कर दी और कई नेताओं को हिरासत में लिया गया।
प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई
केंद्र सरकार द्वारा सोनम वांगचुक पर एनएसए लगाए जाने की खबर ने सोशल मीडिया और नागरिक संगठनों के बीच बहस छेड़ दी है। एक ओर समर्थक इसे "अलोकतांत्रिक कदम" बता रहे हैं, वहीं प्रशासन का कहना है कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कार्रवाई आवश्यक थी। फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी पर विपक्षी दलों और विभिन्न संगठनों की भी प्रतिक्रिया सामने आने लगी है। आने वाले दिनों में यह मामला और तूल पकड़ सकता है।
स्टूडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख (SECMOL) का FCRA (विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम) रजिस्ट्रेशन रद्द
लद्दाख में पूर्ण राज्य के दर्जे की मांग को लेकर हुए हिंसक विरोध प्रदर्शनों (Ladakh Protest Violence) के ठीक 24 घंटे बाद, केंद्र सरकार ने लद्दाख के प्रमुख जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक पर बड़ी कार्रवाई की है. गृह मंत्रालय ने वांगचुक से जुड़ी गैर-लाभकारी संस्था स्टूडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख (SECMOL) का FCRA (विदेशी अंशदान विनियमन अधिनियम) रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया है. सरकार का आरोप है कि इस NGO ने विदेशी फंडिंग से जुड़े नियमों का बार-बार उल्लंघन किया, जिसके कारण यह कदम उठाया गया है.
आरोप: वांगचुक के भड़काऊ बयानों ने भीड़ को उकसाया
गृह मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि वांगचुक के भड़काऊ बयानों ने भीड़ को उकसाया, जिस कारण पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक हिरासत में लिए. क्षेत्र में 1989 के बाद सबसे गंभीर हिंसा हुई. FCRA लाइसेंस रद्द करने के पीछे संस्था द्वारा विदेशी और स्थानीय धन का गलत इस्तेमाल करने और लेखा विवरण में अनियमितता जैसे कई उल्लंघन (Sonam Wangchuk NGO License Revokes) बताए गए हैं.
क्या है FCRA लाइसेंस?
FCRA लाइसेंस एक प्रकार की अनुमति है जो गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) को विदेशी फंडिंग प्राप्त करने के लिए आवश्यक होती है. इस लाइसेंस के बिना, एनजीओ विदेश से कोई भी फंडिंग नहीं ले सकते हैं.
रद्द किया गया लाइसेंस? (Sonam Wangchuk NGO License Revokes)
गृह मंत्रालय ने अपनी जांच में पाया कि SECMOL ने FCRA नियमों का उल्लंघन किया है. इसमें स्थानीय धनराशि का गलत तरीके से उपयोग, विदेशी दान का सही तरीके से विवरण न देना और FCRA नियमों का अन्य उल्लंघन शामिल है. मंत्रालय ने 20 अगस्त 2025 को शो कॉज नोटिस जारी किया था, जिसका जवाब 19 सितंबर को मिला, लेकिन जवाब संतोषजनक नहीं था.
Sonam Wangchuk की प्रतिक्रिया
सोनम वांगचुक ने आरोपों से इनकार किया है और कहा है कि सरकार उन्हें फंसाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि उनकी संस्था ने हमेशा नियमों का पालन किया है और विदेशी फंडिंग का सही तरीके से उपयोग किया है.
सीमांत क्षेत्र की आवाज़ को गंभीरता से सुना जाना चाहिए। हिमालय नीति अभियान
हिमालय नीति अभियान की और से अध्यक्ष कुलभूषण उपमन्यु और संयोजक गुमान सिंह ने कहा कि लद्दाख के लोग हमेशा राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध रहे हैं। लेकिन संसाधनों के दोहन में बड़ी कंपनियों का नियंत्रण स्थानीय हितों को नुकसान पहुँचा सकता है। इसलिए, इस सीमांत क्षेत्र की आवाज़ को गंभीरता से सुना जाना चाहिए। संयोजक गुमान सिंह ने कहा कि पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि लद्दाख की जनता से तुरंत बातचीत कर शांति और समाधान का रास्ता निकाला जाए। हिमालय नीति अभियान की और से सभी सामाजिक संगठनों तथा राजनैतिन दलों से राष्ट्रीय हित में लद्दाख की जनता के अहिंसक आन्दोलन की लोकतान्त्रिक मांगों के समर्थन व समाधान की अपील l
News Link: Sonam Wangchuk Arrested Under Stringent NSA
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