Mandi DC-अपूर्व देवगन : आपदा पीड़ितों को राहत पहुंचाना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता
मंडी उपायुक्त अपूर्व देवगन ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में कहा कि आपदा प्रभावित लोगों को शीघ्र राहत पहुंचाना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। लंबित राहत मामलों को ऑनलाइन स्वीकृत कर फौरी मदद देने और राजस्व कार्यों को समयबद्ध पूरा करने के निर्देश दिए। वर्ष 2022-23 की लंबित जमाबंदियों को जल्द पूरा किया जाएगा।
HimachaltodayTv.
मंडी, 19 सितंबर, ब्यूरो।
जिला मंडी प्रशासन ने साफ किया है कि आपदा प्रभावित लोगों तक राहत पहुंचाना उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने यह बात आज राजस्व अधिकारियों की बैठक में कही।
बैठक में जिला भर के राजस्व कार्यों, आपदा प्रभावित परिवारों को राहत, लंबित मामलों और जनता से जुड़े विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई।
आपदा पीड़ितों के लिए त्वरित राहत
उपायुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी लंबित राहत मामलों को तुरंत ऑनलाइन स्वीकृत किया जाए और पीड़ित परिवारों तक बिना देरी फौरी मदद पहुँचाई जाए। उन्होंने कहा कि राहत कार्यों में किसी भी प्रकार की ढिलाई या देरी बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं होगी।
उन्होंने यह भी कहा कि आपदा जैसी परिस्थितियों में प्रशासन का दायित्व है कि प्रभावित परिवारों तक सहायता तेजी और पारदर्शिता के साथ पहुँचे।
राजस्व कार्यों की समयसीमा
बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए गए’ ऑडिट पैरों से संबंधित रिकवरियों को समयबद्ध तरीके से निपटाया जाएगा। लेगेसी डीड अपडेशन के अंतर्गत 1961 से 1990 तक के दस्तावेजों को स्कैन कर एक सप्ताह के भीतर ऑनलाइन उपलब्ध कराने का लक्ष्य तय किया गया है।
वर्ष 2022-23 की लंबित जमाबंदियों को जल्द पूरा किया जाएगा।
सभी भूमि मालिकों को आधार और मोबाइल नंबर से जोड़ने का कार्य 30 सितंबर तक पूरा करने का निर्देश दिया गया है।
प्रशासनिक कार्यप्रणाली को और सुदृढ़ करने पर जोर
अपूर्व देवगन ने कहा कि प्रशासन का संकल्प है कि राजस्व विभाग की कार्यप्रणाली को और अधिक मजबूत और पारदर्शी बनाया जाए, ताकि जनता को बेहतर और तेज सेवाएं उपलब्ध हो सकें।
उन्होंने सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि लंबित मामलों का तुरंत निपटारा किया जाए और नए राजस्व मामलों को भी समय पर हल किया जाए।
बैठक में उपस्थिति
इस मौके पर अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी डॉ. मदन कुमार, जिला राजस्व अधिकारी हरीश शर्मा मौजूद रहे। वहीं सभी एसडीएम, तहसीलदार और नायब तहसीलदार ऑनलाइन माध्यम से बैठक में शामिल हुए।
Read More:
यह भी पढें :- सुंदरनगर में पार्किंग-नो पार्किंग विवाद, अटल पार्किंग और कार आगजनी बनी वजह
यह भी पढें :-NHAI हिमाचल विवाद. किरतपुर नेरचौक फोरलेन जाम. चंडीगढ मनाली फोरसेल टोल टैक्स.
यह भी पढें :- मंडी में मीर बख्श को 92 बीघा जमीन देने पर बवाल, नाचन विधायक ने जताया विरोध
यह भी पढें :- Mandi-बालीचौकी में भूस्खलन से 60 परिवार प्रभावित, 19 घर खाली, भुगर्भीय अध्ययन की मांग
यह भी पढें :- Mandi: टकोली, पनारसा और नगवाईं में फ्लैश फ्लड से भारी तबाही
यह भी पढें :- नेरचौक से सरकाघाट शिफ्ट होगा अटल आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय
यह भी पढें :- घटिया फोरलेन निर्माण और NHAI की लापरवाही पर उठे सवाल
यह भी पढें :- हिमाचल में वोटों की चोरी पर गरमाई सियासत, शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने भी उठाए सवाल
यह भी पढें :- Old age Penson: मंडी जिले में 10 हजार बुजुर्गों की पेंशन लटकी, सरकार के वादे हवा हवाई
यह भी पढें :- नशे में डूबता हिमाचल: अब महिलाएं और किशोर भी बने निशाना, कब्रिस्तान-श्मशान तक बना अड्डा!
यह भी पढें :- 2023 की आपदा रिलीफ के 10 हजार करोड के बदले केंद्र ने दिए 1500 करोड : नरेंद्र मोदी आपदा पर भी मौन
0 Comments